झारखंड में रघुवर दास की कैबिनेट में शामिल रहे पांच मंत्रियों के खिलाफ एसीबी ने पीई (प्रीलिमिनरी इंक्वायरी) दर्ज कर ली है. एसीबी ने यह पीई पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, नीरा यादव, लुईस मरांडी, रणधीर सिंह व अमर बाउरी के खिलाफ दर्ज की है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर एसीबी ने यह कार्रवाई की है. आरोप है कि इन पूर्व मंत्रियों की संपत्ति में 2014 से 2019 तक 200 से 1100 फीसदी इजाफा हुआ है.
बता दें कि बीते 26 जुलाई को हुई कैबिनेट की बैठक में उक्त पांचों पूर्व मंत्रियों पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने को लेकर पीई दर्ज करने का फैसला लिया गया था. एसीबी ने मामले में पांच अलग अलग पीई दर्ज की है. पीई के बाद जिस पूर्व मंत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला बनेगा, उसके खिलाफ पीई को एफआईआर में तब्दील किया जाएगा.
पीआईएल के आधार पर जांच का दिया गया था आदेश
साल 2020 में हाईकोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की गई थी. इसमें पांचों पूर्व मंत्रियों की संपत्ति की जांच की मांग की गई थी. प्रार्थी पंकज कुमार यादव ने आरोप लगाया था कि पांच साल में मंत्री पद पर रहते हुए पांचों की आय में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. इसके प्रमाण में निर्वाचन आयोग के समक्ष संपत्ति से संबंधित दाखिल शपथपत्र का हवाला दिया गया था. बाद में यह मामला मुख्यमंत्री के पास पहुंचा तब सीएम ने जांच का आदेश दिया.
सीएम के आदेश पर एसीबी ने आईए दायर कर सत्यापन किया था कि पांचों के पास आय से अधिक संपत्ति है. जिस पीआईएल के आधार पर एसीबी ने आईए दर्ज कर जांच की थी, उसमें कहा गया था कि साल 2014 में अमर बाउरी की संपत्ति 7. 33 लाख थी, जो 2019 में 89. 41 लाख हो गई. वहीं रणधीर सिंह की 78. 92 लाख की संपत्ति साल 2019 में 5. 06 करोड़ हो गई. नीरा यादव की संपत्ति 80. 59 लाख से बढ़ 3. 65 करोड़, लुईस मरांडी की संपत्ति 2. 25 करोड़ से 9. 06 करोड़, नीलकंठ सिंह मुंडा की 1. 46 करोड़ से 4. 35 करोड़
किसकी-कितनी बढ़ी संपत्ति
नाम 2014 2019अमर बाउरी 7. 33 लाख 89. 41 लाखरणधीर सिंह 78. 92 लाख 5. 06 करोड़नीरा यादव 80. 59 लाख 3. 65 करोड़लुईस मरांडी 2. 25 करोड़ 9. 06 करोड़नीलकंठ मुंडा 1. 46 करोड़ 4. 35 करोड़(पीआईएल में किए गए दावे के अनुसार)